पड़ोस की आंटी को फेसबुक पर पटाया
Xxx आंटी फक कहानी में मैंने अपने पड़ोस की एक आंटी को फेसबुक के जरिये पटाया. पहले मैंने उनको चोदा और फिर अपने बेस्ट फ्रेंड से भी चुदवाया. यह स्टोरी आप पढ़ रहे हैं sexstoryqueen.com पर |
मैं गाज़ियाबाद का रहने वाला हूँ।
मेरी उम्र 22 साल है और मेरे दोस्त की उम्र भी 22 साल ही है।
मेरे दोस्त का नाम शिवा है।
मेरी भाभी का नाम मधु है और वे बहुत ही सेक्सी औरत हैं!
मैं उन्हें भाभी इसलिए बुलाता हूँ क्योंकि जब मेरी उनसे सेटिंग हो गई थी, तो आंटी या ताई जी कहना अच्छा नहीं लगता था।
उनकी उम्र 40 साल है, और यार, वे दो बच्चों की माँ हैं—एक लड़की और एक लड़का।
ये Xxx आंटी फक कहानी 2 साल पहले की है।
उन्होंने मुझसे फेसबुक की ID बनवाई थी क्योंकि उन्हें ये सब आता नहीं था।
मैंने उनकी ID बनाई और खुद को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर एक्सेप्ट भी कर लिया।
हम बहुत कम बात किया करते थे, पर वे हमेशा मुझे “जी” कहकर बात करती थीं।
एक दिन मैंने उनसे कह दिया, “आंटी, आप मुझे जी कहकर बात न किया करो!”
वे बोलीं, “क्यों, क्या हुआ?”
मैंने कहा, “कुछ कुछ होता है!”
वे बोलीं, “अच्छा जी!”
मैंने कहा, “फिर से जी!”
वे बोलीं, “तो क्या हुआ? होने दे जो हो रहा है! इस उम्र में होता है!”
मुझे भी थोड़ा सा बेहतर फील हुआ।
मैंने कहा, “क्या हम दोस्त बन सकते हैं?”
वे बोलीं, “हाँ, कोई दिक्कत नहीं है!”
उसके बाद हम हंसी-मजाक करने लगे।
ये हंसी-मजाक कब सेक्स में बदल गया, पता ही न चला।
मैं उनसे वीडियो कॉल पर उनके बूब्स देखता और मुट्ठी मारता।
वे भी मुझे दिखा कर अपनी चूत में उंगली करती थीं।
एक दिन मौका मिला।
उनके घर पर हवन था तो दावत चल रही थी।
दिन में उन्होंने मुझसे कहा, “ऊपर वाले रूम में आ जाना, पर बाहर-बाहर से करेंगे, चूत में अंदर नहीं करेंगे!”
मैंने हाँ बोल दिया और चुपचाप ऊपर वाले कमरे में चला गया।
एक मिनट बाद वे आईं और बोलीं, “जो भी करना है, जल्दी कर! कोई आ गया तो दिक्कत हो जाएगी!”
मैंने उन्हें गले लगाया और अपना लंड निकालकर उनके हाथ में दे दिया।
मैंने कहा, “आप करो जो करना है!”
उन्होंने यार, पकड़कर मुट्ठी मारना शुरू कर दिया।
डर भी लग रहा था कि कहीं कोई आ न जाए।
मैंने उनकी साड़ी को नीचे से ऊपर उठाकर उनकी चूत में उंगली करना शुरू कर दिया।
यार, वे बहुत गर्म हो गईं, और मैं भी!
वे बोलीं, “अगर जल्दी अपना पानी निकाल दे, तो चूत में लंड घुसेड़ दे! और अगर टाइम लगे, तो रहने दे, कहीं कोई आ न जाए!”
मैंने उनकी चूत में लंड एक झटके से अंदर कर दिया।
उनकी हल्की सी “आह्ह!” निकली।
वे बोलीं, “जल्दी-जल्दी करके निकाल दे!”
मैंने पूरी स्पीड से धक्के लगाने शुरू कर दिए।
वे घोड़ी बनी हुई थीं।
मेरा 3-4 मिनट में ही निकल गया।
वे एकदम से कपड़े ठीक करके नीचे चली गईं।
फिर रात को हमारी कॉल पर बात हुई।
वे बोलीं, “यार, होटल लेके चल मुझे किसी दिन! मैं किसी बहाने से निकल जाऊँगी!”
मैंने अगले दिन ही Xxx आंटी फक का प्रोग्राम बना लिया।
उस टाइम मैंने शिवा को सब कुछ बता दिया था और उससे कहा था कि हम तीनों बाइक से चलेंगे।
हम तीनों होटल पहुँच गए।
मैं और भाभी रूम में चले गए और शिवा नीचे बैठ गया।
रूम में जाते ही मैंने भाभी को पीछे से पकड़ा और ऊपर से ही धक्के लगा दिए।
मजाक में भाभी बोलीं, “अपना लंड निकाल!”
मैंने अपना लंड निकालकर उनकी पैंट से उनके हाथ में दे दिया।
वे उसे हिलाने लगीं और किस करने लगीं।
मेरा लंड 7 इंच का है।
वे बोलीं, “तेरे चाचा का भी इतना नहीं है!”
मैंने उनके ब्लाउज के हुक खोल दिए और ब्रा भी निकाल दी।
अब उनकी चूचियाँ मेरे सामने एकदम नंगी थीं।
मैंने उनकी चूचियों को पीना और भींचना शुरू कर दिया।
तभी भाभी ने अपनी साड़ी ऊपर उठा दी और बोलीं, “इसे सहला!”
मैंने अपनी उंगलियों से उनकी चूत से पानी निकाल दिया।
बहुत तेज़ कर रहा था मैं।
वे बहुत गर्म हो गई थीं, यार!
मैंने उनसे कहा, “भाभी, शिवा को भी बुला लूँ?”
वे एकदम से गुस्सा हो गईं और बोलीं, “तुझे करना है, कर! वरना तू भी रहने दे!”
मैंने सॉरी बोला और एकदम से अपना लंड उनकी चूत में घुसा दिया।
वे एकदम से चीख उठीं, “आह! आह! आ आआह्ह!”
भाभी बोलीं, “या तेज़! या तेज़!”
वे पूरी गर्म हो गई थीं।
मैं उनसे बार-बार कहता रहा, “भाभी, कुछ करे ना! वे साइड में बैठकर देख लेगा बस! प्लीज बुला लूँ उसको!”
पहले तो वे मना करती रहीं, फिर बोलीं, “बुला ले, पर वे देखेगा, कुछ करे ना!”
मैंने एकदम से हाँ बोला और शिवा को फोन लगा दिया।
उसे बुला लिया।
होटल वाले को एक्स्ट्रा पैसे देकर वे रूम में आ गया।
भाभी ने चूत पर साड़ी कर ली, पर उनकी चूचियाँ नंगी थीं।
मैंने दरवाजा खोला, वह अंदर आ गया।
मैंने उससे कहा, “साइड में बैठ जा बेड पर!”
उसने अपनी जींस निकाली और नेकर भी … एकदम नंगा होकर बेड पर बैठ गया।
भाभी ने उसको देखा, फिर मेरी तरफ देखा।
मैंने भाभी की साड़ी ऊपर हटाई और उनकी चूत में लंड घुसा दिया।
मैं भाभी के ऊपर था, भाभी नीचे थीं।
उनके पैर खुले हुए थे, और मैं उनकी चूत में धक्के लगा रहा था।
शिवा साइड में बैठकर मुट्ठी मार रहा था।
तभी उसने अपना हाथ बढ़ाया और भाभी की चूची को भींचने लगा।
भाभी ने मुझे देखा और इशारे में कहा कि इसे हटा।
पर मैंने मना कर दिया।
मैंने उनके कान में बोला, “हटाना है तो खुद बोलो उससे!”
भाभी ने उसे कुछ नहीं बोला।
वह उनकी चूची को भींचता रहा।
थोड़ी देर बाद उसने उनकी चूची पर होठ लगा दिए और पीने लगा।
इस बार भाभी ने मना नहीं किया।
उन्होंने आँखें बंद कर लीं।
मैं नीचे उनकी चूत में धक्के लगा रहा था और वह उनकी चूची पी रहा था।
मैंने 25 मिनट तक भाभी चोदन किया।
मेरा निकलने वाला था।
मैंने कहा, “भाभी, मेरा होने वाला है!”
भाभी बोलीं, “अंदर ही निकालना!” उनकी आँखें बंद थीं।
1 मिनट में ही मेरा सारा पानी भाभी की चूत के अंदर निकल गया।
तभी शिवा एकदम से आया और अपना लंड उनकी चूत में घुसा दिया।
भाभी की आँखें बंद थीं।
उन्हें लगा मैं ही हूँ।
पर जैसे ही उसने 3-4 धक्के लगाए, भाभी को अजीब सा लगा।
उन्होंने अपनी आँखें खोलीं तो मैं साइड में लेटा था, और वे उनकी चूत में लगा पड़ा था।
भाभी “आः आह्ह ह्ह्ह्ह!” करती रहीं और बोलीं, “तू निकाल अपना! तुझसे नहीं करवाना मुझे!”
लेकिन वह नहीं रुका।
भाभी ने निकालने की कोशिश भी नहीं की क्योंकि उन्हें पूरा मज़ा आ रहा था, यार!
वे “आह्ह ह्ह्ह! आआ ह्ह्ह्ह!” करती रहीं।
20 मिनट बाद शिवा का भी उनकी चूत में निकल गया।
इस तरह से भाभी ने मेरे दोस्त से भी चूत मरवा ली.
एकदम से मैंने फिर उनकी चूत में लंड घुसा दिया।
भाभी बोली ““सांस लेने दोगे या नहीं आज?”
मैंने हंसकर बोला, “भाभी, बस करने दो आज!”
इसी तरह मैंने और शिवा ने 2-2 राउंड लिए लगातार उनकी चूत के।
Xxx आंटी फक के बाद कपड़े पहने और बाथरूम में जाकर लंड को साफ किया।
फिर हम नीचे आने लगे।
हमने देखा कि भाभी को ठीक से चला भी नहीं जा रहा था।
उन्हें इस हालत में देखकर हम दोनों बहुत खुश हुए।
आपको मेरी Xxx आंटी फक कहानी पसंद आई होगी.
दोस्त की मां की चूत गांड को चोदा