अपनी बीवी को मालिश वाले से चुदवाया

अपनी बीवी को मालिश वाले से चुदवाया

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मेरा नाम सुरेश है. मेरी उम्र अड़तालीस साल है.

मेरी बीवी का नाम सुमन है, जो पैंतालीस साल की है.

 

जब मैं बाईस साल का था, तभी हमारी शादी हो गई थी.

हमारे दो ब/च्चे भी हैं.

हमारा सेक्सुअल जीवन हमेशा अच्छा रहा है.

हमारे पास दो बेडरूम वाला फ्लैट है.

 

सुमन पहले घर में साड़ी ही पहनती थी, लेकिन ब/च्चों के कहने पर उसने नाइटी पहनना शुरू कर दिया.

 

मेरा लंड सात इंच लंबा और चार इंच मोटा है और यह मस्त लंड सुमन को खूब चोदकर खुश रखता था.

 

ककोल्ड मैन हॉट वाइफ सेक्स कहानी हमारी शादी के 25-26 साल के बाद शुरू होती है.

 

एक दिन सुमन किचन में खाना बना रही थी.

 

मैं नहाकर आया.

उस दिन मैंने नहाने के बाद उसे पीछे से पकड़ लिया और उसके कंधों को चूमने लगा.

अपने दोनों हाथों से मैंने उसके मम्मों को कसकर पकड़ लिया.

 

सुमन के बारे में बताऊं तो वह 5 फीट 5 इंच लंबी है, हल्की सांवली, उसका ब्रा साइज 34, कमर 36 और पैंटी का साइज 95 सेंटीमीटर है.

 

मैंने उसे पकड़कर चूमा और किचन से गोद में उठाकर बेडरूम में ले गया, उसे बेड पर लिटाया, अपना गमछा नीचे बिछाया और उसकी नाइटी खोलकर उसे लेटा दिया.

 

मैंने कहा- क्या जी, तुमने आज ब्रा नहीं पहनी?

उसने जवाब दिया- नहीं जी, अभी तो दोनों ब/च्चे नानी के घर गए हैं न. अब घर में आपको ही सब करना है. मैं तो सोच रही थी कि सिर्फ ब्रा और पैंटी में रहूँ. आज शुक्रवार है, बच्चे सोमवार तक आएंगे. तब तक हम मजे कर लें.

 

यह सुनकर मैंने अपना लंड उसके मुँह के पास ले जाकर घुसा दिया, थोड़ा डीप थ्रोट किया, फिर मुंह चोदना शुरू कर दिया.

 

सुमन ने मुझे कंडोम पहनाया.

मैंने उसे ठप्पे लगाकर चोदना शुरू किया.

 

उसने पैंटी नहीं उतारी थी, बस हल्का सा नीचे खिसका दिया था.

मैं उसे जोर-जोर से चोदने लगा और उसके दोनों मम्मों को कसकर दबाने लगा.

 

सुमन बोली- हमारी शादी को पच्चीस-छब्बीस साल हो गए, दो ब/च्चे बड़े हो गए, फिर भी आप अभी तक मुझे चोदने के लिए बेताब रहते हैं. अब तो ब/च्चे भी बड़े हो रहे हैं.

मैंने कहा- हां, ठीक कहा. हमें कुछ नया ट्राई करना चाहिए.

 

सुमन बोली- क्या नया?

मैंने कहा- मैंने एक सेक्स वीडियो में देखा था कि पति अपनी पत्नी को किसी और से चुदवाता है और सामने बैठकर मजे लेता है.

 

सुमन चौंककर बोली- क्या कह रहे हो जी?

मैंने कहा- हां, चलो न ऐसा कुछ करते हैं, मजा आएगा.

 

सुमन थोड़ा गुस्सा होकर बोली- ये आप क्या कह रहे हैं? मुझे आपसे कोई शिकायत नहीं है, आप बढ़िया चोदते हैं.

 

मैंने कहा- अरे, कुछ नया करेंगे, तुम गुस्सा मत हो.

थोड़ी देर समझाने के बाद सुमन मान गई.

लेकिन सवाल था कि यह करेंगे किससे? इसमें थोड़ा रिस्क भी था.

मैंने कहा- पास के गाँव में मल्लू जी हैं न, जो मालिश करते हैं. वह और उनकी पत्नी दोनों मालिश करते हैं. मल्लू जी का व्यवहार अच्छा है. तुम उनसे सेक्स करोगी?

 

सुमन बोली- आप क्या कह रहे हैं?

मैंने कहा- तुम बताओ तो सही!

 

सुमन ने कहा- ठीक है, लेकिन वह मानेगा?

मैंने कहा- रुको, मैं उससे बात करता हूँ.

 

सुमन बोली- बच्चे सोमवार तक आएंगे, हमें शनिवार या रविवार को करना होगा.

 

मैंने मल्लू जी को फोन लगाया.

उनकी बीवी ने फोन उठाया.

फिर मल्लू जी से बात हुई.

मैंने कहा- देखिए, मसाज करवानी थी. घर का काम ज्यादा हो गया है, थकान और बदन दर्द है.

 

मल्लू जी बोले- आज तो मेरा होटल में काम है, आपके इलाके में ही. मैं कल शाम को आ जाऊं?

मैंने कहा- ठीक है.

 

फिर मैंने कहा- आप कल यहां रुक जाना.

उन्होंने कहा- ठीक है, मैं कल रात आठ बजे आता हूँ.

मैंने कहा- ठीक है.

 

हम दोनों बहुत खुश हो गए.

मैंने सुमन से कहा- मल्लू जी मान गए हैं.

 

फिर मैंने सुमन को कुतिया बनाया, उसकी चोटी पकड़कर जोर-जोर से चोदा. इसके बाद उसे अपनी गोद में बिठाकर चोदा, उसके मम्मे उछलते रहे.

आखिर में मैंने उसके मुँह में माल गिराया.

 

फिर हम दोनों ने खाना खाया.

 

शाम को मैंने उससे पूछा- कल तुम क्या पहनोगी?

वह बोली- क्या पहनूँ, तुम बताओ?

 

मैंने कहा- कुर्ती और लैगिंग्स पहन लो

उसने कहा- लैगिंग्स एक ही है, वह भी थोड़ी पुरानी हो गई है.

 

मैंने कहा- मैं जाकर तुम्हारे लिए नई लैगिंग्स और ब्रा ले आता हूँ, ठीक है?

 

फिर मैं बाजार गया.

वहां एक दुकान थी जहां एक भाभी बैठती थीं.

 

मैं उस दुकान से सामान लेता था क्योंकि वह थोड़ा अन्दर थी और हम लोग वहां से ही खरीदते आ रहे थे. मैं इसी दुकान से अपने और सुमन के लिए पैंटी खरीदता हूँ.

 

मैंने कहा- भाभी, एक लाल पैंटी दिखाइए और एक 34DD साइज का काले रंग की सूती ब्रा.

 

भाभी ने कुछ लाल पैंटी दिखाईं.

मुझे एक लाल प्रिंटेड पैंटी पसंद आई और काले रंग का ट्रांसपेरेंट स्ट्रैप वाली ब्रा भी ले ली.

 

फिर मैंने कहा- एक सफेद लैगिंग्स भी दिखाइए.

 

भाभी ने दिखाई और पूछा- आप अपने लिए कुछ नहीं लेंगे?

मैंने कहा- नहीं.

 

भाभी बोलीं- क्या बात है … आज सिर्फ मैडम को ही सजाना है!

मैंने आंख दबाते हुए कहा- बच्चे घर पर नहीं हैं.

 

भाभी बोलीं- ओह, तब तो अलग ही बात है.

हम दोनों हंस पड़े.

 

घर पहुँचते ही मैंने सुमन को सामान दिया.

उसने कहा- बहुत अच्छी लैगिंग्स और ब्रा पैंटी हैं.

 

फिर हम दोनों मल्लू जी के आने का इंतजार करने लगे.

 

शनिवार की रात मल्लू जी आए.

मल्लू जी मुझसे बड़े हैं, उनकी उम्र करीब 52 साल होगी. वह दुबले-पतले हैं, हल्के सांवले रंग के और उनकी हाइट लगभग 5 फीट 5 इंच होगी.

 

मैंने कहा- सुमन की मसाज करनी है.

वे थोड़ा चौंक गए.

फिर मैंने कहा- कल उसने घर के सारे काम किए. धुलाई वगैरह, तो थकान हो गई है.

उन्होंने कहा- ठीक है, चलिए बेडरूम में.

 

हम तीनों बेडरूम में चले गए.

 

मल्लू जी ने कहा- भाभी, पहले कंधों से शुरू करते हैं.

कंधों और पीठ की मसाज होने लगी.

सुमन को बहुत आराम मिल रहा था.

 

फिर उन्होंने कहा- भाभी, अब उल्टा लेट जाइए.

सुमन ने उनके कहे का अच्छे से पालन किया.

 

पैरों और जाँघों की मसाज करने के बाद मल्लू जी ने सुमन की कुर्ती कमर तक उठा दी.

 

सुमन की सफेद लैगिंग्स के अन्दर से लाल प्रिंटेड पैंटी साफ दिख रही थी.

पैंटी का स्ट्रैप लैगिंग्स के बाहर था.

मल्लू जी ने कहा- भाभी जी, कमर में करूँ?

सुमन ने कहा- हां.

 

वे कमर को जोर-जोर से दबाने लगे.

फिर बोले- ये लैगिंग्स उतार दूँ तो और अच्छे से मालिश कर पाऊंगा. कुर्ती भी, भाभी जी.

सुमन ने कहा- ठीक है.

 

मल्लू जी बोले- रुकिए भाभी, आप तकलीफ मत लीजिए, मैं उतारता हूँ.

 

यह कहकर उन्होंने सुमन की कुर्ती और लैगिंग्स उतार दी.

 

अब सुमन सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी.

 

मल्लू जी की आंखों में एक चमक नजर आ रही थी.

 

मल्लू भैया जोर-जोर से मालिश कर रहे थे.

उनका हाथ बार-बार ब्रा के स्ट्रैप से टकरा रहा था.

 

सुमन ने ब्रा खोल दी.

 

अब मल्लू जी ने कहा- फुल बॉडी तेल मालिश कर दूँ?

मैं यही सुनना चाहता था, लेकिन ऐसा दिखाया जैसे मुझे कुछ पता नहीं.

 

मैंने कहा- भाभी से पूछ लीजिए.

सुमन बोली- ठीक है जी, पूरी बॉडी की मसाज कर दो.

 

मल्लू जी ने कहा- ठीक है. एक गिलास हल्का गर्म पानी मिलेगा?

मैंने कहा- अभी देता हूँ.

म गर्म पानी ले आया तो देखा कि मल्लू जी ने अपने सामान में से दो तेल निकाले थे.

एक बड़ा और एक छोटा डब्बा.

 

मैंने पूछा- ये किस चीज का तेल है?

मल्लू जी बोले- एक बॉडी मसाज का है, दूसरा ब्रेस्ट ऑयल है. जरा और पानी ले आइए.

 

मैं पानी लेने जाने लगा तो मैंने कनखियों से देखा कि मल्लू जी ने अपने सामान में से एक पुड़िया निकाली.

 

फिर उन्होंने उस पुड़िया को खोला, तो उसमें पाउडर जैसी कोई दवा थी.

उसे मुँह में डालकर पानी पी लिया.

 

मसाज शुरू करने से पहले उन्होंने अपने कपड़े उतार दिए.

अब वह सिर्फ सफेद रंग की चड्डी में थे.

 

उनकी चड्डी साइड से छोटी थी और बीच में तंबू बना हुआ था.

मल्लू जी दुबले थे, लेकिन उनका लंड काफी मोटा और बड़ा लग रहा था.

 

मैंने कहा- ऐसी चड्डी?

उन्होंने कहा- हां, हम लोग मसाज करते हैं न, तो ऐसा पहनना पड़ता है. सादा रंग इसलिए रखते हैं ताकि खराब न हो.

 

मैंने पूछा- आपने ऐसी मसाज की है?

वह बोले- हां, पति-पत्नी ऐसी मसाज करवाते हैं. इस टाउन में बहुत से कपल वीकेंड पर घूमने आते हैं, तो ऐसे करवाते हैं. कल मेरी दो जगह बुकिंग है, एक शाम को और एक देर रात को.

 

अब उन्होंने पहले मेरी बीवी के पैरों में तेल लगाया और प्यार भरी नजाकत से तलवों को सहलाया, फिर धीरे-धीरे पैरों के ऊपर बढ़ते हुए जांघों तक आए और अचानक रुक गए.

मैंने पूछा- क्या हुआ?

 

उन्होंने शरारती मुस्कान के साथ कहा- भाभी जी ने पैंटी पहनी है, नई है क्या?

मैंने हल्के से शरमाते हुए कहा- हां.

 

वे बोले- उतार दूं? तेल लग जाएगा तो खराब हो जाएगी.

सुमन ने हल्की सी हामी भरी- हां उतार दो.

 

मल्लू जी ने धीरे-धीरे, बड़े प्यार से पैंटी उतारी और उसे अपने पास ऐसे रख लिया, जैसे कोई कीमती चीज हो.

फिर गांड पर हाथ फेरते हुए, नर्म-नर्म सहलाते हुए मालिश की, मानो मैदे के दो गोलों को बड़े जतन से गूंथ रहे हों.

 

फिर तेल डालकर उसकी पीठ पर उल्टा बैठ गए, गांड की तरफ मुँह करके और गांड से लेकर पूरे पैरों तक इतने कामुक ढंग से मालिश की कि सुमन की सांसें तेज हो गईं.

 

तब फिर वे बोले- भाभी, अब घूमना पड़ेगा आपको.

 

सुमन पलट गई.

 

फिर से उन्होंने पैरों से शुरू किया, जांघों तक आए और चूत पर हाथों से इतने मदहोश करने वाले अंदाज में मसाज की कि सुमन की आंखें बंद होने लगीं.

 

अब ऊपर बढ़ते हुए नाभि पर तेल डाला और बीच की उंगली से उसे ऐसे सहलाया, जैसे कोई गहरा राज खोल रहे हों.

ऐसा लगा मानो वे नाभि को ही चोद रहे हों.

 

उसके बाद पेट पर मालिश करते हुए वे मेरी बीवी के बूब्स तक पहुंच गए.

 

सुमन के ब्रा उतारने से पहले ही मल्लू ने उसे फटाक से हटा दिया और ब्रेस्ट पर तेल लेकर जोर-जोर से मसाज करने लगे.

उनकी मसाज इतने जोश में शुरू हुई थी कि सुमन की सिसकारियां निकलने लगीं.

 

उन्होंने मेरी बीवी के दूध मसलते हुए करते-करते पूछा- कैसा लग रहा है भाभी?

सुमन ने लरजती आवाज में कहा- बहुत अच्छा, आप कमाल कर रहे हैं.

 

फिर वे नीचे हुए और खड़े होकर सुमन को ऐसे लिटाया कि उनका तना हुआ लंड ठीक सुमन के मुँह के ऊपर आ गया.

वे सुमन के गले से लेकर नाभि तक हाथ फेरते रहे और उनका लंड तनकर सलामी दे रहा था.

 

मैंने सुमन को इशारा किया- अभी नहीं!

 

थोड़ी देर बाद मल्लू जी मेरे पास आए और सुमन के दोनों पैरों को अपने मजबूत हाथों से उठाकर पकड़ा, ताकि चूत साफ दिखे.

फिर हल्का सा तेल लगाकर दो उंगलियां चूत में डाल दीं और जोर-जोर से चलाने लगे.

 

पूरा कमरा फच-फच की मादक आवाजों से गूंज उठा.

थोड़ी देर बाद वे सुमन के निप्पलों पर तेल डालकर जोर से दबाने लगे.

 

सुमन बोली- नहीं, अब और इंतजार नहीं होता.

 

तभी मल्लू जी फटाक से बोले- सुरेश भाई, मैं आपकी बीवी को चोदना चाहता हूं!

मैंने कहा- ठीक है.

 

सुमन ने झट से मल्लू जी की चड्डी हटाई और उनका तना हुआ लंड बाहर निकालकर चूसने लगी.

 

मल्लू जी ने भी अपना मोटा लंड मेरी बीवी के मुँह में जोर-जोर से घुसाना शुरू कर दिया.

 

फिर उन्होंने सुमन के गालों पर आठ दस थप्पड़ लगाकर गाल लाल कर दिए और होंठों को जोर से ऐसे चूम लिया, जैसे वे उसकी सारी शर्म चूस लेंगे.

 

फिर अपनी चड्डी खोलकर फेंक दी और मुझे बोले- मैं आपके हाथ-पैर बांधूंगा, आप बैठकर बस देखते रहना.

 

उन्होंने मेरे हाथ-पैर कुर्सी से बांध दिए, सुमन की पैंटी मेरे मुँह में ठूंसी और अपनी चड्डी सुमन के मुँह में डाल दी.

फिर खड़े होकर एक पैर अपने कंधे पर लिया और चूत में उंगलियां जोर-जोर से फेरने लगे.

 

सुमन की सिसकारियां, चड्डी मुँह में घुसी होने के बावजूद बाहर आने लगीं.

फिर मल्लू जी उसकी चूत को जोर-जोर से चाटने लगे, जैसे कोई भूखा शिकारी हो.

 

इसके बाद 69 पोजीशन में अपना लंड उसके मुँह में घुसाया और चुसाई शुरू हो गई.

मल्लू जी ने उसके निप्पल चूस-चूसकर लाल कर दिए और चुदाई के लिए तैयार हो गए.

 

सुमन ने दोनों पैर हाथों से खोल दिए. मल्लू जी ने अपने बैग से एक डबल-डॉटेड कंडोम निकाला और उसे लौड़े पर पहन लिया.

फिर कंडोम पर तेल लगाकर धीरे-धीरे चूत के अन्दर डाला.

 

लंड अन्दर सरकने लगा और सुमन की आंखों में वासना मानो हिलोरें लेने लगी.

पूरा लंड घुसेड़ने के बाद मल्लू जी सुमन के ऊपर चढ़कर उसे जोर-जोर से चोदने लगे.

 

करीब पांच मिनट बाद जब लंड चुत से निकाला, तो उस पर सुमन का माल लगा हुआ था और चूत से बाहर टपक रहा था.

 

मल्लू जी बोले- देखो भैया, कैसे किया! भाभीजी का माल इतनी जल्दी निकाल दिया, पर मेरा अभी बाकी है.

फिर सुमन को जोर से चूम लिया, उसके दोनों होंठों को आपस में रगड़ते हुए चूसने लगे.

 

सुमन भी ‘उम्म्म … आह्ह’ करती हुई चुम्मी ले रही थी.

फिर वे दोनों मिशनरी पोजीशन में आ गए और मल्लू जी ने बहुत जोर-जोर से मेरी बीवी को चोदा.

 

पूरा घर ठप-ठप-ठप की गूंज से भर गया.

मेरे मुँह के सामने मेरी बीवी की चूत की पिलाई हो रही थी और मल्लू जी के आंड सुमन की गांड से टकराकर थक-थक की आवाज कर रहे थे.

 

फिर मल्लू जी का शरीर सख्त होकर तन गया और उनका मोटा लंड सुमन की चूत की गहराइयों में ऐसे गोते लगाने लगा, मानो कोई अनछुआ खजाना ढूंढ रहा हो.

 

उन्होंने सुमन को उठाकर बैठाया और खुद बिस्तर पर खड़े हो गए.

 

कंडोम को फटाक से खोलकर फेंक दिया और सुमन के बालों को पकड़कर अपना लंड उसके मुँह में जोर-जोर से चलाने लगे.

मल्लू जी शरारती अंदाज में बोले- चूस मेरा लवड़ा, अच्छे से चूस!

 

सुमन ने भी जोश में आकर उसे जोर-जोर से चूसना शुरू कर दिया.

फिर मेरी तरफ सिर घुमाकर सुमन लेट गई और दोनों टांगें फैलाकर चूत की गुलाबी पंखुड़ियां खोल दीं.

 

वह मादक स्वर में बोली- करिए ना जी, करिए ना मल्लू जी, बहुत अच्छा लगता है.

 

मल्लू ने आकर उसकी गांड के नीचे तकिया रखा, अपना तना हुआ लंड अन्दर घुसा दिया और दोनों टांगें मजबूती से पकड़ लीं.

 

वे सुमन को बोले- अपने दोनों हाथ कमर के नीचे रखो.

सुमन ने वैसा ही किया.

 

फिर वे लंड को धीरे-धीरे अन्दर-बाहर करने लगे, वे इतने कामुक ढंग से चोद रहे थे कि सुमन की सांसें थम सी गईं.

 

सुमन बोली- बहुत अच्छे कर रहे हैं जी, कीजिए ना जोर से … आह … उम्ह्ह्ह … आह्ह्ह!

मल्लू ने अब और जोर से चुदाई शुरू की और सुमन ‘उह्ह्ह … अह्ह्ह.’ की मादक सिसकारियों के साथ जवाब देने लगी.

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करीब दस मिनट तक ऐसा चलने के बाद उन्होंने पोजीशन बदली. मल्लू नीचे लेट गए और सुमन को अपने लंड के ऊपर बिठा लिया.

फिर जोर-जोर से उसकी गांड पर थप्पड़ मारने लगे और गालियां देते हुए बोले- क्या मस्त गांड है तेरी!

 

सुमन के दोनों मम्मे हवा में उछल-कूद कर रहे थे, तभी मल्लू जी ने उन्हें अपने मजबूत हाथों से पकड़ लिया और जोर-जोर से मसलने लगे.

वे कहते गए- ऑफ्फ … क्या छाती है, क्या गांड है, क्या बूब्स हैं … उम्म्म्म! देख, तेरे पति के सामने तुझे रंडी बनाकर चोद रहा हूं … आह्ह!

 

चुदाई करवाते-करवाते सुमन उनके ऊपर लेट गई.

दोनों ने एक गहरी चुम्मी ली और मल्लू का मोटा लंड फचाक से बाहर निकल गया.

 

सुमन ने अपने नाजुक हाथों से उसे फिर से अपनी चुत के अन्दर घुसाया और खुद ही मल्लू को चोदने लगी.

 

वह लौड़े के ऊपर-नीचे होती हुई मस्त रंडी लग रही थी.

 

उसके बाद मल्लू जी ने कुछ देर सुमन को धीरे-धीरे कुतिया की तरह चोदा, फिर अपना लंड उसके मुँह में डालकर चुसवाया.

 

सुमन भी जोश में ‘हम्म … उम्म्म’ की आवाजों के साथ चूसने लगी, जैसे कोई लॉलीपॉप हो.

इसके बाद पलंग पर चढ़कर सुमन की गांड मेरी तरफ की और मल्लू जी मुझे थोड़ा पास ले आए.

 

फिर उसके ऊपर चढ़कर जोर-जोर से चोदने लगे.

ककोल्ड मैन हॉट वाइफ सुमन भी ‘उह्ह्ह … अह्ह’ की सिसकारियों के साथ उनका साथ देने लगी.

 

वह जोर-जोर से चिल्लाती हुई उह्ह्ह … अह्ह्ह … की मादक आवाजें निकाल रही थी.

इसी के साथ मल्लू जी ने अपना माल उसकी गांड और चूत में गिरा दिया.

 

चुदाई के बाद वह सुमन को सुलाकर उसके ऊपर लेट गए, उसकी गर्म सांसें महसूस करते हुए कुछ देर तक वैसे ही पड़े रहे.

फिर उन्होंने मुझे खोला. मैंने सुमन की चूत में अपना लंड घुसाया और जोर-जोर से गालियां देते हुए चोदने लगा.

 

जल्द ही मैंने भी अपना माल गिरा दिया. उस रात हम तीनों एक साथ सोए.

मल्लू जी सुमन को पकड़ कर उसके पूरे शरीर को सहलाते रहे और उन्होंने उसके मम्मों को दबा-दबाकर लाल कर दिया, जैसे कोई अनमोल खिलौना दबा रहे हों.

दोस्तो, ये थी मेरी पत्नी की चुदाई की कहानी मालिश वाले से.

ककोल्ड मैन हॉट वाइफ सेक्स कहानी आपको कैसी लगी?

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