Trail Room Sex Story कामुक आंटी के पके आम चुसे

Trail Room Sex Story
मेरा नाम शरद है, दिल्ली का रहने वाला हूँ। उम्र 28 साल, कद 5 फीट 10 इंच, रंग गोरा, और बॉडी जिम में घंटों पसीना बहाकर बनाई हुई—मस्कुलर, लेकिन भारी-भरकम नहीं। चेहरा साफ-सुथरा, हल्की दाढ़ी, और आँखें जो औरतों को पल में पिघला दें। मेरा लहंगा-साड़ी का बिजनेस है, जिसकी वजह से मेरी दुकान पर रोज़ भाभियाँ, आंटियाँ, और कभी-कभी विधवाएँ भी आती हैं। Trail Room Sex Story यह स्टोरी आप पढ़ रहे हैं sexstoryqueen.com पर |
मुझे ऐसी औरतें हमेशा पसंद रही हैं, जिनके हाव-भाव में कामुकता हो, जो अपनी नज़रों से आग लगा दें, और जिनके जिस्म की हर अदा दिल में हलचल मचा दे। ये बात कुछ हफ्ते पहले की है। एक शाम मेरी दुकान पर एक औरत आई, नाम था वंदना। उम्र करीब 35 साल, रंग दूध सा गोरा, और चेहरा ऐसा कि बस देखते ही मन डोल जाए।Trail Room Sex Story
उसका फिगर 36-28-38 का था, एकदम कातिलाना। उसने गुलाबी रंग का टाइट ब्लाउज़ और हल्की सी पारदर्शी साड़ी पहनी थी, जो उसके जिस्म से चिपकी हुई थी। ब्लाउज़ में उसके 36C के बूब्स ऐसे उभरे थे कि मानो बटन फटने को तैयार हों। उसकी गांड गोल, भारी, और गद्देदार थी, हर कदम पर साड़ी में लहराती हुई।
उसकी चाल में एक अदा थी, जैसे वो जानबूझकर अपनी देह को हिलाकर सबका ध्यान खींच रही हो। उसकी आँखें गहरी और शरारती थीं, और होंठ गुलाबी, जैसे शहद में डूबे हों। उसने हल्का सा मेकअप किया था—काजल, लिप्स्टिक, और माथे पर छोटी सी बिंदी, जो उसे और कामुक बना रही थी।Trail Room Sex Story
वंदना दुकान में आई और मेरी तरफ देखकर हल्की सी मुस्कान दी। उसकी मुस्कान में कुछ ऐसा था कि मेरा दिल धक-धक करने लगा। मैंने उसे कुछ लहंगे दिखाए। वो हर लहंगे को ध्यान से देखती, कभी मेरी तरफ देखकर पलकें झपकाती। उसकी हर नज़र में एक न्योता था।
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फिर उसने एक लाल रंग का लहंगा पसंद किया, जिसका ब्लाउज़ डीप नेक वाला था। वो बोली, “इसे ट्रायल करना है, शरद जी।” उसकी आवाज़ में नजाकत थी, जो मेरे जिस्म में सिहरन पैदा कर रही थी। मैंने उसे ट्रायल रूम की तरफ ले गया। उसने दरवाज़ा थोड़ा खुला छोड़ा, शायद जानबूझकर। Trail Room Sex Story
मैं बाहर खड़ा था, मगर मेरी नज़र उस पर थी। उसने साड़ी उतारी, और उसका ब्लाउज़ पीछे से खुला हुआ था। उसकी गोरी पीठ पर ब्लैक ब्रा की स्ट्रैप साफ दिख रही थी। उसकी चिकनी त्वचा देखकर मेरा मन डोल गया। वो लहंगा पहनकर बाहर आई। लहंगा उसकी कमर पर फिट था, और ब्लाउज़ उसके बूब्स को और उभार रहा था। Trail Room Sex Story
वो बोली, “थोड़ा फिटिंग चेक कर दो ना।” मैंने लहंगे को ठीक करने के बहाने उसकी कमर को छुआ। उसकी देह इतनी मुलायम थी कि मेरे हाथ काँपने लगे। मैंने चुन्नी ठीक करने के बहाने उसके बूब्स को हल्का सा दबाया। वो हल्की सी सिसकारी भरी, “उम्म… थोड़ा ध्यान से, शरद जी।” Trail Room Sex Story
उसकी आवाज़ में शरारत थी, और उसने पल्लू को और नीचे सरकाया, जिससे उसका क्लीवेज साफ दिखने लगा। मैं समझ गया कि वो भी मज़ा ले रही है। मेरे हाथ उसकी कमर से होते हुए उसकी जांघों तक गए। उसकी सॉफ्ट त्वचा और गर्माहट ने मेरे जिस्म में आग लगा दी।
उसने लहंगा पसंद कर लिया और बोली, “इसे घर पर डिलीवर कर दो ना। रात 8 बजे तक आ जाओ।” उसने मुझे अपना फ्लैट का पता और नंबर दिया। मैंने हाँ कर दी, मगर मन में लड्डू फूट रहे थे। मैं समझ गया कि वंदना का इरादा सिर्फ लहंगा लेने का नहीं है। Trail Room Sex Story
मैंने उसी शाम 8 बजे उसके घर जाने का प्लान बनाया। रास्ते में एक मेडिकल स्टोर से कंडोम का पैकेट लिया और एक सिल्क चॉकलेट भी, सोचा मूड को और रंगीन कर देगा। जब मैं वंदना के फ्लैट की बिल्डिंग के बाहर पहुँचा, मैंने उसे कॉल किया। वो बोली, “बस बाहर ही हूँ, आ जाओ।”
वो बाहर आई, एक टाइट ब्लैक टी-शर्ट और ग्रे पजामा पहने हुए। टी-शर्ट इतनी फिट थी कि उसके बूब्स बाहर निकलने को बेताब थे, और पजामा उसकी भारी गांड को और उभार रहा था। उसने बाल खुले छोड़े थे, जो उसकी कमर तक लहरा रहे थे। वो मुझे देखकर मुस्कुराई और बोली, “चलो, अंदर चाय पियो।” Trail Room Sex Story
मैंने हाँ कर दी और उसके साथ फ्लैट में चला गया। उसके फ्लैट में साफ-सफाई थी, और हल्की सी अगरबत्ती की खुशबू आ रही थी। उसने बताया कि उसकी सास ऊपर वाले कमरे में सो रही हैं, और उसका पति विदेश में है, साल में एक-दो बार ही आता है।
मैं समझ गया कि वंदना की कामुकता की आग इसीलिए इतनी भड़क रही थी। वो किचन में चाय बनाने गई। मैं सोफे पर बैठा उसकी गांड को देख रहा था, जो पजामे में हर कदम पर हिल रही थी। उसकी टी-शर्ट पीछे से थोड़ी ऊपर उठी थी, और उसकी कमर का गोरा हिस्सा दिख रहा था। Trail Room Sex Story
मेरा लंड धीरे-धीरे टाइट होने लगा। वो चाय लेकर आई और मुझे देने लगी। मेरा ध्यान उसके बूब्स पर था, जो टी-शर्ट में उभरे हुए थे। गलती से चाय का कप मेरे हाथ से फिसला और मेरी नीली जींस पर गिर गया। गर्म चाय से जलन हुई, और मैं उछल पड़ा।
वंदना ने हड़बड़ाते हुए कहा, “अरे, जल गए ना? जल्दी जींस उतारो!” उसने मुझे बाथरूम की तरफ इशारा किया। मैंने जींस उतारी और एक सफेद टॉवल लपेट लिया। वो किचन से बाम और टूथपेस्ट लेकर आई और मेरे सामने घुटनों पर बैठ गई। उसका चेहरा मेरे लंड के बिल्कुल पास था। Trail Room Sex Story
वो मेरी जांघों पर बाम लगाने लगी। उसकी उंगलियाँ इतनी नरम थीं कि जलन के साथ-साथ एक नशा सा चढ़ रहा था। उसकी गर्म साँसें मेरे टॉवल के ऊपर से मेरे लंड को छू रही थीं। मेरा 7 इंच का लंड पूरा तन गया, और टॉवल में साफ दिख रहा था। Trail Room Sex Story
वंदना ने मेरे लंड की तरफ देखा और हल्का सा मुस्कुराई। उसकी आँखों में शरारत थी। मैंने हिम्मत करके उसके बूब्स पर हाथ रख दिया। वो हल्की सी सिहरी, मगर कुछ नहीं बोली। मैंने धीरे से उसके बूब्स दबाए। वो 36C के थे, मुलायम और टाइट, जैसे पके हुए आम। Trail Room Sex Story
उसने मेरी तरफ देखा और बोली, “क्या कर रहे हो, शरद?” मगर उसकी आवाज़ में ना नहीं थी, बल्कि एक न्योता था। मैंने उसे सोफे पर बिठाया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। उसका मुँह गर्म और नरम था, जैसे गुलाब की पंखुड़ियाँ। उसने भी जवाब में मुझे चूमना शुरू किया। Trail Room Sex Story
हमारी जीभें एक-दूसरे से मिल रही थीं, और उसका स्वाद शहद जैसा था। हमारी स्मूच गहरी होती गई। वो मेरे ऊपर चढ़ गई, उसकी जांघें मेरी कमर को दबा रही थीं। मैंने उसकी ब्लैक टी-शर्ट को धीरे से ऊपर उठाया। उसने हाथ उठाकर मेरी मदद की, और टी-शर्ट उतर गई। Trail Room Sex Story
उसने ब्लैक लेस वाली ब्रा पहनी थी, जो उसके गोरे बूब्स को और उभार रही थी। मैंने उसकी ब्रा के हुक खोले, और उसके बूब्स आज़ाद हो गए। गोरे, टाइट, और पिंक निप्पल्स, जो एकदम खड़े थे। मैंने एक निप्पल को मुँह में लिया और धीरे-धीरे चूसने लगा। वो सिसकारियाँ भरने लगी, “आहह… शरद… हाय… और करो…” उसकी आवाज़ में भूख थी। “Trail Room Sex Story”
मैंने दूसरे निप्पल को उंगलियों से सहलाया, और वो तड़पने लगी। मैंने उसके निप्पल्स को हल्का सा काटा, और वो चिल्लाई, “उहह… धीरे… मज़ा आ रहा है…” मैंने धीरे-धीरे उसकी नाभि पर kisses किए। उसका पेट चिकना और मुलायम था, जैसे मखमल। मैंने उसकी नाभि में जीभ डाली, और वो सिहर उठी, “हाय… शरद… ये क्या कर रहे हो…” मैंने उसका ग्रे पजामा खींचा। Trail Room Sex Story
उसने अपनी गांड उठाकर मेरी मदद की। उसकी ब्लैक लेस वाली पैंटी भी उतर गई। उसकी चूत पिंक थी, हल्के-हल्के काले बालों के साथ। मैंने उसकी चूत को छुआ, वो गीली थी, जैसे रस से भरी हो। मैंने अपनी जीभ से उसकी चूत के दाने को चाटना शुरू किया। उसका दाना छोटा और सख्त था, जैसे मोती। Trail Room Sex Story
वंदना ने मेरे सिर को पकड़ लिया और दबाने लगी, “आहह… हाय… शरद… ये तो… उहह… बहुत मज़ा आ रहा है…” उसकी सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थीं। मैंने उसकी चूत को और गहराई से चाटा, मेरी जीभ उसके दाने को रगड़ रही थी। उसकी चूत का रस नमकीन और गर्म था। Trail Room Sex Story
अचानक उसने मेरे सिर को ज़ोर से दबाया और चिल्लाई, “आहहह… निकल रहा है… उहह…” उसका पानी मेरे मुँह पर छूट गया। मैंने उसका सारा रस चाट लिया, और उसकी चूत को चूमता रहा। मैंने अपना मुँह साफ किया और फिर से उसके बूब्स को सहलाने लगा।
मैंने उसके पिंक निप्पल्स को उंगलियों से मसला, और वो फिर से जोश में आ गई। उसने मेरी शर्ट उतारी और मेरे सीने को चूमने लगी। मेरी छाती पर हल्के बाल थे, जिन्हें वो सहलाते हुए बोली, “हाय, कितना मर्दाना जिस्म है तेरा…” उसने मेरे टॉवल को खींचा, और मेरा 7 इंच का लंड बाहर आ गया। “Trail Room Sex Story”
मेरा लंड मोटा और तना हुआ था, जिसका सुपारा गुलाबी और चमकदार था। उसने मेरे लंड को पकड़ा और बोली, “हाय, ये तो बिल्कुल लोहे जैसा है…” उसने मेरे सुपारे पर kiss किया और उसे मुँह में ले लिया। उसकी जीभ मेरे सुपारे को चाट रही थी, और मैं सिसकारियाँ भर रहा था, “उहह… वंदना… और चूस… हाय…” Trail Room Sex Story
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वो मेरे लंड को गहराई तक ले गई, उसका मुँह गर्म और गीला था। उसने मेरे लंड को चूसते हुए मेरी आँखों में देखा, और उसकी शरारती नज़र ने मुझे और पागल कर दिया। मैंने अपनी जेब से कंडोम निकाला। उसने हँसते हुए कहा, “मुझे पता था तू तैयार आएगा। इसलिए तुझे घर बुलाया।” Trail Room Sex Story
उसने मेरे लंड पर कंडोम चढ़ाया और फिर बेड पर लेट गई। उसने अपनी टाँगें फैलाईं और बोली, “आजा, शरद… अब और मत तड़पा।” मैंने उसकी चूत पर अपना लंड सेट किया। उसकी चूत गीली और टाइट थी। मैंने धीरे से लंड अंदर डाला। वो सिसकारी, “आहह… धीरे… कितना मोटा है तेरा लंड…” Trail Room Sex Story
मैंने धीरे-धीरे झटके देने शुरू किए। हर झटके के साथ उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। वो चिल्ला रही थी, “उहह… और ज़ोर से… शरद… मेरी चूत को चोद डाल…” मैंने उसकी टाँगें अपने कंधों पर रखीं और गहरे झटके देने शुरू किए। “थप-थप” की आवाज़ कमरे में गूँज रही थी।
मैंने कहा, “वंदना, तेरी चूत तो इतनी टाइट है… उहह… जैसे जन्नत मिल गई…” वो हँसते हुए बोली, “हाय, तेरा लंड मेरी चूत को फाड़ देगा… और ज़ोर से चोद…” मैंने उसे स्मूच किया, उसके होंठों को चूसा, उसकी गर्दन पर kisses किए। उसकी साँसें तेज़ थीं, और उसका जिस्म पसीने से चमक रहा था। Trail Room Sex Story
मैंने उसके बूब्स को दबाया, और वो सिसकारियाँ भर रही थी, “आहह… शरद… और चोद… हाय…” करीब 10 मिनट बाद मैंने उसे पलटा और मेरे ऊपर चढ़ने को कहा। वो मेरे लंड पर बैठ गई और धीरे-धीरे उछलने लगी। उसकी गांड मेरी जांघों पर टकरा रही थी, और हर बार “थप-थप” की आवाज़ आ रही थी। Trail Room Sex Story
उसके बूब्स उछल रहे थे, और मैंने उन्हें पकड़कर दबाया। वो चिल्ला रही थी, “आहह… शरद… कितना मज़ा आ रहा है… तेरा लंड मेरी चूत में गहराई तक जा रहा है…” मैंने उसकी गांड को हल्का सा थप्पड़ मारा, और वो हँसते हुए बोली, “हाय, और मार… मुझे मज़ा आता है…” Trail Room Sex Story
करीब 15 मिनट बाद मैंने उसे फिर से पलटा और डॉगी स्टाइल में किया। उसकी भारी गांड मेरे सामने थी, जैसे दो गोल गद्दे। मैंने उसकी गांड पर हल्का सा थप्पड़ मारा, और वो बोली, “हाय, शरद… और मार… मेरी गांड को लाल कर दे…” मैंने उसकी चूत में लंड डाला और ज़ोर-ज़ोर से झटके देने लगा। “Trail Room Sex Story”
“थप-थप-थप” की आवाज़ कमरे में गूँज रही थी। वो चिल्ला रही थी, “आहह… शरद… और ज़ोर से… मेरी चूत को चोद डाल… उहह…” मैंने उसकी कमर पकड़ी और पूरी ताकत से झटके दिए। उसकी चूत मेरे लंड को निचोड़ रही थी। करीब 10 मिनट बाद मैं झड़ गया। मैंने कंडोम उतारा और उसके बगल में लेट गया।
वो मेरी बाहों में थी, और मैं उसके बालों को सहला रहा था। उसका जिस्म पसीने से भीगा था, और उसकी साँसें अभी भी तेज़ थीं। उसने मेरी तरफ देखा और बोली, “शरद, इतना मज़ा तो मुझे कभी नहीं आया… तू तो बिल्कुल जादूगर है…” हमने सिल्क चॉकलेट एक-दूसरे के मुँह पर लगाई और चाटा। Trail Room Sex Story
उसने मेरे होंठों पर चॉकलेट लगाई और चूसने लगी। फिर हमने एक-दूसरे को कपड़े पहनाए। मैंने अपनी नीली जींस और शर्ट पहनी, और उसने अपनी ब्लैक टी-शर्ट और ग्रे पजामा। मैंने उससे वादा किया कि जब भी वो बुलाएगी, मैं आऊँगा। अब जब भी वंदना को मौका मिलता है, वो मुझे कॉल करती है। मैं उसके फ्लैट जाता हूँ, और हम घंटों चुदाई का मज़ा लेते हैं।
दोस्तों आपको ये Trail Room Sex Story मस्त लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ
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